Hindi Poems

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Hindi Poems2020-09-21T08:38:52+05:30

जो यूँ ही गुज़र जाये वो ज़िन्दगी कैसी?

By |August 5th, 2021|Gazal, Hindi, Hindi Kavita, Hindi Poetry, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan, Love, Motivational, Romantic, urdu, ग़ज़ल, नज़्म|

जो यूँ ही गुज़र जाये वो ज़िन्दगी कैसी? जो दिल से ना आये वो बंदगी कैसी?   बात तो तब है जब चर्चे हों ज़माने में, चुप-चाप चले जाने में ताबिंदगी[1]

हम उस समय के पुरवहिया हैं

By |August 4th, 2021|Bhojpuri, Hindi, Hindi Kavita, Hindi Poem, Hindi Poetry, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan|

पूर्वांचल में जब सीधे पल्ले का चलन था, हम उस समय के पुरवहिया हैं। तुमने स्मार्टफोन के जमाने को जाना है, हम अन्तरदेसी के पढ़वहिया हैं। पर हमीं हैं जिसने दोनों जमाने देखे

वो जिसे इश्क़ कहते हैं, ज़िस्मानी नहीं होता

By |July 19th, 2021|Gazal, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan, Love, Motivational, urdu, ग़ज़ल|

वो जिसे इश्क़ कहते हैं, ज़िस्मानी नहीं होता। वरना फिर कुछ भी हो, वो रूहानी नहीं होता। वो जो दोस्ती में भी ढूंढते हैं फ़ायदे का सौदा, उनके रिश्ते

मसरूफ़ हो मगर इश्क़ किया करो

By |February 23rd, 2021|Gazal, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan, Love, nazm, Romantic, shayari, urdu, ग़ज़ल, नज़्म|

कभी यूँ ही बेमतलब साथ दिया करो, मसरूफ़ हो मगर इश्क़ किया करो। उसके जाने से चली जाती है जन्नतें, बेवफ़ा ही सही साथ उसका दिया करो। बरसता है पानी बेशुमार चश्म से मिरे, दर्द

माँ

By |February 23rd, 2021|Hindi, Hindi Kavita, Hindi Poem, Hindi Poetry, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan, Poem|

तुम्हारा अस्तित्व उससे है, तुम्हारा व्यक्तित्व उससे है। वो हर किरदार निभाती है, डाँटती है और संभालती है। वो रोती है तुम्हारे पीछे, सामने तुम्हारे आँखे मींचे। चोट तुम्हारी उसे

तुम भी दोस्त क्या ख़ाक जीते हो

By |February 19th, 2021|Gazal, Hindi, Hindi Kavita, Hindi Poem, Hindi Poetry, urdu, ग़ज़ल, नज़्म|

भीड़ में जो इस कद्र तन्हा घूमते हो, तुम भी दोस्त क्या ख़ाक जीते हो। आह भरते ही एहसास बिखर जाते हैं, इतने नाज़ुक से तुम क्यूँ रहते हो। तुम्हारे

चलो दोस्तों को फ़ोन लगाते हैं

By |October 28th, 2020|Hindi, Hindi Kavita, Hindi Poem, Hindi Poetry, Kavita/ Ghazal/ Kahaniyaan, Poem|

चलो दोस्तों को फ़ोन लगाते हैं, कुछ बताते हैं, कुछ सुनाते हैं। वो पिछली छुट्टी का साथ बिताना, वो समंदर के किनारे बैठे गुनगुनाना। वो हँसना और रात भर हँसाना,

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