एक पुरानी कहानी
आज फिर वही मेरी कहानी आ गयीकुछ तेरी और कुछ मेरी जुबानी
आज फिर वही मेरी कहानी आ गयीकुछ तेरी और कुछ मेरी जुबानी
अपने देश में स्वास्थ्य क्षेत्र की कहानी थोड़ी मजेदार है।
सम्भव है साथ तुम्हारा हो हाथों में हाथ तुम्हारा हो।
हमें अंग्रेजी बोलता देखड्राईवर सीधे अंग्रेजी नाश्ते की दुकान पर
एक अरसेसे कुछ लिखा ही नहीं।ऐसा नहीं कि कुछ मिला ही नहीं!कलम
एक अलग प्रयास, सही गलत पता नहीं। और जैसा कि
वेदना क्या केवल स्वरों सेमुख के हाव भाव व्यर्थतुम्हे मेरे
हर्ष, उल्लास, फैला चहुँ ओर,देखो-देखो आया माखन चोर।नटखट चाल, दधि, मुख पर
हमारे जीवन में चाहे कितना भी दुःख क्यों ना हो, स्वतंत्रता
कई बार सोचा की इस अनुभव को आप लोगों के