May 2020

You Are Currently Here:Home > 2020 > May

इक वक़्त के बाद

उम्मीदें साथ नहीं देतीं इक वक़्त के बाद,इक वक़्त के बाद अमल करना पड़ता है।हौसला मगर मुमकिन है इक वक़्त के बाद,इक वक़्त के बाद कदम बढ़ाना पड़ता है।दिलासे झूठे हो जाते हैं इक वक़्त के बाद,इक वक़्त के बाद साथ निभाना पड़ता है।तुम गये और याद भी गयी इक वक़्त के बाद,इक वक़्त के बाद चेहरा दिखाना पड़ता है।दिल जुड़ा फिर टूटा भी इक वक़्त के बाद,इक वक़्त के बाद प्यार जताना पड़ता है।

जब चली मेरी क़िस्मत मुझे छोड़ कर

                जब चली मेरी क़िस्मत मुझे छोड़ कर        बाजुओं पर मेरे फिर यक़ीं आ गया। 

यूँ न देखो मुझे आइने में सनम

यूँ न देखो मुझे आइने में सनम,मेरे चेहरे की रंगत संवर जाती है।तुम न गुज़रो मेरे रास्तों से सनम,तेरे साँसों की ख़ुशबू क़हर ढाती है।जो बुलाओ मुझे चाँद कह कर कभी,मेरे चेहरे की लाली ठहर जाती है।पास आओ मेरे साथ बैठो ज़रा,मेरी नासाज़ तबियत सुधर जाती है।एक अरसा हुआ तुमसे बिछड़े हुये,तेरी यादों में जाँ अब निकल जाती है।

Go to Top