आज कल खुशियाँ मेरा पता पूछ रही हैं
आज कल खुशियाँ मेरा पता पूछ रही हैं।मुझे शक़ है
आज कल खुशियाँ मेरा पता पूछ रही हैं।मुझे शक़ है
खुशबू की तरह महका हूँ, चिड़ियों की तरह चहका हूँ।
आज twitter पर, एक बंधू से चर्चा हो रही थी, चर्चा
वह काम कर बुलन्द हो जिससे मजाके-जीस्त,दिन जिन्दगी के गिनते
अश्क़ सूख गए कुछ इस तरह,सोचते-सोचते हो गयी सहर।ख़ुश्क़ आँखों ने
इस बार दीवाली कि धूम ही कुछ और थीतेल के दिए